Ghee Benefits: आम भारतीय घरों में घी का उपयोग हम सभी करते हैं। लेकिन बीते कुछ दशकों में घी को लेकर कई तरह की भ्रांतियां है। लोगों का मानना है कि अत्यधिक घी के सेवन से शरीर में फैट की मात्रा बढ़ सकती है जिससे मोटापे में इजाफा हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि घी एक सुपरफूड है, जो उन लोगों के लिए रामबाण औषधि है जो दुबलेपन से परेशान है। उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स आहार विशेषज्ञ डॉ. एकता सिंहवाल का कहना हैं कि अपने आहार में घी शामिल करने से आपको वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। तो आइए जानते है घी वजन बढ़ाने में कैसे मददगार है?
पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड
घी मूलतः मक्खन होता है जो कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। मक्खन से पानी की मात्रा और दूध के ठोस पदार्थों को निकालने के लिए उबाला जाता है। उबालने के बाद घी में शुद्ध मक्खन बच जाता है। इस प्रक्रिया से न केवल घी का स्वाद बढ़ता है बल्कि लाभकारी पोषक तत्वों की सांद्रता बढ़ती है। डॉ. सिंघवाल का कहना है कि रेगुलर मक्खन की तुलना में घी लैक्टोज मुक्त होता है। साथ ही इसमें आवश्यक फैटी एसिड, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
वजन बढ़ाने के लिए घी के फायदे
डॉ. सिंघवाल का कहना हैं कि घी को हेल्दी वेट गेन करने में फायदेमंद माना जाता है। दरअसल, घी में उच्च कैलोरी घनत्व होता है। एक बड़ा चम्मच घी लगभग 120 कैलोरी प्रदान करता है। ऐसे में आप घी का सेवन करके अपनी दैनिक कैलोरी सेवन को प्रभावी तरीके से बढ़ा सकते हैं। यह उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो दुबलेपन या कम वजन से परेशान है।
हेल्दी फैट पाया जाता है
घी एक प्रकार संतृप्त वसा है। जो ए, डी, ई और के जैसे वसा में घुलनशील विटामिन के अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। ये विटामिन हड्डियों को मजबूत, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। अपने खाने में घी शामिल करने से पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ सकता है।
पाचन क्रिया को दुरुस्त
डॉ. सिंघवाल ने बताया कि वसा के बारे में लोगों की गलत धारणा है। इसके विपरीत घी पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, जो पाचन गुणों के लिए जाना जाता है। यह एसिड आंत में एक स्वस्थ वातावरण बनाता है। इससे लाभकारी बैक्टीरिया के विकास में मदद मिलती है। जो कि पोषक तत्वों के पाचन और अवशोषण में मददगार है।
गाय का घी सर्वोत्तम
आईपी जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन, मेटाबॉलिज्म और हेल्थ साइंस के अनुसार, वनस्पति या पशु-आधारित वसा की तुलना की जाये, तो गाय के घी को सर्वोत्तम माना जाता है। इसमें 96% सबसे अच्छी पाचन दर होती है। इसमें बड़ी संख्या में शॉर्ट-चेन फैटी एसिड पाया जाता है। जो कि पाचन और कैंसर-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है। बता दें कि घी को अन्य वसा की तुलना में सर्वोत्तम वसा के रूप में मान्यता मिली है।
अपनी डाइट में घी कैसे शामिल करें
- सब्जियाँ भूनते समय, स्टर-फ्राई तैयार करते समय, या भोजन तलते समय आप तेल की जगह घी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- आप चावल या क्विनोआ जैसे पके हुए अनाज के ऊपर पिघला हुआ घी मिला सकते हैं, ताकि खाने को पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाता है।
- लड्डू या विभिन्न मिठाइयों में भी आप घी का इस्तेमाल कर सकते है। कैलोरी बढ़ाने के लिए बेकिंग व्यंजनों में मक्खन या तेल के स्थान पर घी का उपयोग करें।
संतुलित आहार जरूरी
डॉ. सिंघवाल की सलाह है कि उच्च कैलोरी वाले भोजन की तरह, घी के अत्यधिक सेवन से पोषक तत्वों के सेवन में असंतुलन हो सकता है। इससे आपका अनहेल्दी वेट गेन हो सकता है। ऐसे में घी के आपकी डाइट में हरी सब्जियां, फल फ्रूट और अन्य आहार शामिल करें।
Disclaimer: इस लेख में लिखी गई सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी है। ऐसे में अगर आपको किसी प्रकार की परेशानी है या आपके कुछ सवाल है तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
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