पीसीओडी यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज वैसे तो महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, लेकिन आजकल 15-16 साल की लड़कियों में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। महिलाओं में यह समस्या हार्मोन्स में असंतुलन के कारण जन्म लेती है। इसमें ओवरी में छोटी-छोटी गांठें बन जाती है। जो महिलाओं को मासिक धर्म और गर्भधारण में बाधा पहुंचाती है।
दरअसल, महिलाओं में हार्मोन्स असंतुलन के कारण पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन का अत्यधिक उत्पादन होने लगता है। जिसका प्रभाव उनके अंडाशय पर पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक, दुनिया की करीब 10 फीसदी महिलाएं पीसीओडी का सामना कर रही है। इस परेशानी के कारण महिलाओं का मासिक धर्म रूक जाता है, वहीं गर्भधारण करने में भी परेशानी आती है। तो आइए जानते है कि इस समस्या से आप कैसे निजात पा सकती है?
महिलाओं में क्यों होती है पीसीओडी की समस्या?
यह महिलाओं में होने वाली एक सामान्य समस्या है। इससे महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स का असंतुलन हो जाता है। वे एण्ड्रोजन नामक पुरुष हार्मोन्स का अत्यधिक उत्पादन करने लगती है। वैसे तो हार्मोन्स असंतुलन की कई वजह है। सबसे बड़ी वजह आज कि ख़राब लाइफस्टाइल है। महिलाओं में हार्मोन्स असंतुलन की सबसे बड़ी वजह शराब सिगरेट का सेवन, मोटापा, मसालेदार और तैलीय चीजों का सेवन और बेड हेबिट्स है।
महिलाओं में पीसीओडी के लक्षण
- मासिक धर्म का अनियमित होना
- चेहरे पर मुंहासे और बालों का उगना
- पीरियड्स का नहीं आना
- गर्भधारण करने में परेशानी
- बांझपन और डायबिटीज
इससे बचने के लिए डाइट में करें बदलाव
पीसीओडी की सबसे बड़ी समस्या ख़राब लाइफस्टाइल है। ऐसे में अगर आप इस समस्या से बचना चाहती है तो खानपान से जुड़ी अपनी आदतें सुधारें। साथ अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा हेल्दी फूड को शामिल करें। डाइट में मौसमी सब्जियों और फलों को प्राथमिकता दें। साथ ही रोजाना रनिंग, वॉकिंग और वर्जिश को प्राथमिकता दें। खुद को पॉजिटव रखने के लिए किताबें पढ़ें, मेडिटेशन करने के साथ खूब पानी पिएं।