आज दुनियाभर में बेहतर स्वास्थ्य के लिए ऑर्गनिक खेती कि बात की जाती है। एक्सपर्ट का भी मानना है कि हेल्थ के लिए ताज़ी और प्राकृतिक तरीके से उगाई फसलें और सब्जियां लाभदायक है। बता दें कि अजवाइन कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। जिसका उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि स्टोर से खरीदे गए अजवायन की तुलना में घर पर उगाया गया अजवायन हेल्थ के दृष्टिकोण से फायदेमंद होता है।
शुद्ध और क्वालिटीयुक्त
बाजार से ख़रीदे गए अजवाइन की तुलना में घर पर उगाया अजवाइन शुद्ध और क्वालिटीयुक्त होता है। व्यावसायिक खेती जरिये उगाये गए अजवाइन में रासायनिक कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग किया जाता है। जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। वहीं, इसके पोषक तत्वों और औषधीय गुणों पर भी इसका असर होता है। जबकि घर पर उगाया गया अजवाइन गुणवत्तापूर्ण और औषधीय गुणों से भरपूर होता है।
पैकिंग से क्वालिटी घट जाती है
‘न्यूट्रीशन टुडे’ में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक अजवायन में बायोएक्टिव तत्व पाए जाते है, जो कि रोगाणुरोधी होते हैं। यह विभिन्न इन्फेक्शन से निपटने में मदद करता है। इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट तत्व हृदय और तंत्रिका तंत्र मजबूत करते है। अजवाइन में सूजन-रोधी तत्व पाए जाते है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सक्षम है। घर पर उगाये गए अजवाइन में विटामिन और खनिज तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। पैकेजिंग अजवाइन स्वाद और पोषण की दृष्टि से कमजोर होता है।
कई किस्में उगा सकते है
अजवायन स्वाद और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसकी विशिष्ट किस्मों को जैविक तरीके से उगाये । जिससे इसकी गुणवत्ता और पौष्टिकता बनीं रहती है।
प्रकृति के लिए भी फायदेमंद
घर पर अजवायन उगाने के कई फायदे है लेकिन यह पर्यावरण की दृष्टि से भी फायदेमंद है। जड़ी-बूटी उद्यान की खेती करके प्रकृति को पर्यावरण की दृष्टि से फायदा पहुंचाते है।
घर पर अजवायन का मसाला कैसे बनाये
अजवायन का मसाला आप घर पर ही बना सकते है, जो प्योर और क्वालिटीयुक्त होता है। इसे बनाने के लिए 20-25 ताजी अजवायन की पत्तियाँ लें। जिसमें 1 बड़ा चम्मच नमक,1 बड़ा चम्मच काली मिर्च,½ बड़ा चम्मच अजवायन के पत्तों का पाउडर, ½ बड़ा चम्मच सूखी तुलसी,
¼ छोटा चम्मच सूखी मेंहदी, 2 बड़े चम्मच पिसा हुआ लहसुन और ½ छोटा चम्मच मिर्च पाउडर लेकर सभी को मिक्स कर लें।