Thyroid Symptoms: आजकल की बदलती लाइफस्टाइल, अनहेल्दी फूड का सेवन और फिजिकल एक्टिविटी से जी चुराना कई बीमारियों का कारण बन सकती है। उन्हीं में से एक बीमारी है थायराइड लेवल बढ़ना या हाइपरथायरायडिज्म, जो आज आम हो गई है।
दरअसल, थायराइड एक ग्रंथि है जिसमें अनियमितता के कारण यह प्रॉब्लम उत्पन्न होती है। यदि इसे समय रहते नहीं रोका जाता है तो यह गंभीर रूप ले सकती है। बता दें कि थायराइड ग्रंथि से स्त्रावित हार्मोन से ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिज्म, बॉडी रेट और बॉडी टेम्परेचर नियंत्रित होता है।
ऐसे में जब इस ग्रंथि में असंतुलन होता है तो विभिन्न समस्याएं सामने आती है। वहीं, इस ग्रंथि से दो मुख्य हार्मोन ट्राईआयोडोथायरोनिन या टी3 और थायरोक्सिन टी4 स्त्रावित होते है। इसी ग्रंथि से कैल्सीटोनिन भी पैदा होता है जो कि हड्डियों को जोड़ने और कोशिकाओं में कैल्शियम संसाधित करने में मददगार है।
कैसे बढ़ता है थायराइड?
थायराइड असंतुलन के कारण शरीर में हाइपरथायरायडिज्म की स्थिति बनती है। दरअसल, थायराइड ग्रंथि विभिन्न हार्मोन निर्मित करती है। जो शरीर की विभिन्न क्रियाओं को संचालित करने में मददगार है। जब थायराइड अत्यधिक हार्मोन का निर्माण करती है तब हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति बनती है। जो कई बीमारियों का कारण बन सकती है।
महिलाओं में थायराइड के असंतुलन के प्रमुख लक्षण
थायराइड से अत्यधिक हार्मोन स्त्राव के कारण महिलाओं में भी हाइपरथायरायडिज्म की स्थिति पैदा होती है। शरीर में इस बीमारी के लक्षण इस प्रकार है:
- अत्यधिक थकान होना
- चिंता या अवसाद घिरना
- काम पर ध्यान नहीं दे पाना
- बार-बार मल त्याग करना
- थायरॉइड नोड्यूल्स
- हाथों का कांपना
- बालों का झड़ना
- ज्यादा भूख लगना
- पसीना बढ़ना
- अनियमित मासिक धर्म
- नाखूनों का बढ़ना या झड़ना
- अत्यधिक घबराहट
- तेज़ दिल की धड़कन
- बेचैनी और नींद की समस्या
- वजन घटना आदि।
पुरुषों में थायराइड के असंतुलन के प्रमुख लक्षण
- दस्त लगना
- स्तनों का विकास होना
- चिपचिपी त्वचा
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाथ उठाने पर बेहोशी महसूस होना
- आंखों में खुजली या जलन
- त्वचा में खुजली
- उल्टी होना
- उभरी हुई आंखें
- त्वचा का लाल होना
- पिंडलियों दाने पड़ना
- कूल्हों और कंधों की कमजोरी आदि।
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